“अटल इच्छाशक्ति”
एक मोटिवेशनल यात्रा
किसी गाँव के एक छोटे से घर में, गरीब परिवार का एक छोटा सा लड़का रामू था। रामू के माता-पिता बहुत मेहनती थे, लेकिन गरीबी के कारण वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और आर्थिक संवेदनशीलता का संस्कार नहीं दे पाते थे। फिर भी रामू के मन में कभी हार का ख्याल नहीं आया।
एक दिन, रामू को अपने स्कूल में एक खेल का प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला। यह प्रतियोगिता उसके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गई। यह खेल रामू की अटल इच्छाशक्ति की कहानी बन गई। लेकिन रामू के पास खेलने के लिए कोई अच्छा खिलौना नहीं था। वह फिर भी निराश नहीं हुआ।
रामू ने एक पुराने खिलौने को निकालकर उसे स्वयं ठीक करने का निर्णय लिया। रात दिन मेहनत करते हुए, वह उसे सुंदरता से सजाने लगा। उसने अपनी सोच को नयी दिशा देने का निर्णय किया, और उसने खुद को प्रतिस्पर्धा में बेहतर बनाने का ठान लिया।
प्रतियोगिता के दिन, रामू ने अपने खिलौने के साथ “लाकड़ी की गोली” खेला। यह खेल एक पुराना भारतीय खेल है जिसमें हर खिलाड़ी के पास एक से अधिक लाकड़ी की गोलियाँ होती हैं। प्रतियोगिता के प्रारंभ में, सभी खिलाड़ी एक साथ अपनी गोलियों को एक खिलौने के चारों ओर रखते हैं। फिर उन्हें एक दूसरे की गोलियों को टूटने से रोकने की कोशिश करनी होती है। रामू ने इस खेल में अपनी छोटी सी खिलौने की मदद से उन्हें नकारात्मकता से भरा नया रूप दिया। उसने हर चाल को समझने के लिए समय लिया, और फिर अपनी गोलियों को सही समय पर उचित दिशा में चलाया। रामू की धैर्यशीलता और योग्यता ने सभी को चौंका दिया। उसने अपनी अटल इच्छाशक्ति और खेलने की दक्षता के बल पर प्रतियोगिता में पहली जगह हासिल की। रामू की यह जीत उसके लिए न केवल एक खेल ही थी, बल्कि यह एक प्रेरणादायक संघर्ष और आत्म-परीक्षण का भी परिणाम था।
रामू की यह विजय उसके लिए न केवल एक खेल ही था, बल्कि यह उसकी मेहनत, लगन, और आत्म-विश्वास की जीत थी। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सपनों को पूरा करने के लिए हमें केवल साहस और विश्वास की ही जरूरत होती है, बाकी सब कुछ हमारे अंदर ही है।
रामू की यह यात्रा हमें यह दिखाती है कि जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए महत्वपूर्ण है कि हम आत्म-विश्वास से भरे हों, मेहनत करें, और हार नहीं मानें। यह उसी इच्छाशक्ति का परिणाम है जो हमें अपने लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
रामू की कहानी हमें सिखाती है कि हमारे पास कितनी भी कमजोरियाँ क्यों ना हों, हमारी इच्छाशक्ति, मेहनत और संघर्ष की शक्ति से हम किसी भी संघर्ष को जीत सकते हैं। बस, हमें अपने सपनों की प्राप्ति के लिए हर हाल में लड़ना होगा।
यह आत्मविश्वास और मेहनत का संग्राम है, जो हमें अपने लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। रामू की यह अद्भुत यात्रा हमें सिखाती है कि सच्ची मेहनत और लगन से कुछ भी संभव है। बस हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए तैयार और संगीन होना होगा।